घातक योग का अर्थ
[ ghaatek yoga ]
घातक योग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- ईश्वर में मनुष्य को दण्ड देने के लिए घातक योग बनाये हैं तो उसका उपचार भक्ति एवं मंत्रों के माध्यम से बताया भी हैं ।
- जो 4 , 8 या 12 चंद्र हो अथवा घातक वार घातक तिथि , घातक नक्षत्र अथवा घातक योग हो तो भी उस प्रश्न काल का दिन साधारण माना जाता है।
- इसमे कई घातक योग होते हैं , यदि आप यह सब मानते हैं तो आप को सब मानना चाहिए तथा इस हिसाब से महीने के १ ५ दिन आपको घर के अन्दर ही बंद रहना चाहिए .
- शनि बडा भारी है*कुल घातक योग बन रहा है और राहू नीच का है सो कभी भी*कोई भी दुर्घटना के प्रबल योग है तो संभलकर चलो बेटा . .., फिर वे इन ग्रहों से बचाव के तमाम तरीके हमारे ऊपर इस्तेमाल करती रहती-मसलन २-४ तरह की अगूँठियाँ बनवाकर पहनाना.... वगैरा।
- सूर्य से 12 , 2 में शनि और मंगल हों तो पुरुष के लिये और चन्द्रमा से 12-2 में ये दोनों हों तो स्त्री के लिये घातक योग होता है अथवा इन शनि, मंगल में से एक युत और अन्य से दृष्ट रवि हो तो वह पुरुष के लिये और चन्द्रमा यदि एक से युत तथा अन्य से दृष्ट हो तो स्त्री के लिये घातक होता है।